Frequently asked questions about Hernia

हर्निया क्या होता है ?

जब पेट के अंदर सुरक्षित अंग पेट की मांसपेशियों की सुरक्षा से बाहर निकलने लगते हैं तो वो पेट के बाहर सूजन के रूप में दिखते हैं- ये सूजन ही हर्निया कहलाती है

हर्निया कैसे होता है ?

जब मांसपेशिया कमजोर हो जाती हैं ( जैसे : भारी वजन उठाने से, उम्र बढ़ने से, पेट मेंपानी भरने से )तो उनके कमजोर हिस्से से अंदर के अंग बाहर निकलने लगते हैं

क्या हर्निया छोटा या बड़ा होता है/ क्या हर्निया की स्टेज होती है ?

हाँ हर्निया छोटा या बड़ा हो सकता है लेकिन इस के साइज से इस के इलाज़ में कोई अंतर नहीं पड़ता - हर्निया छोटा हो या बड़ा इलाज़ सिर्फ ऑपरेशन ही होता है। बल्कि बड़ा हर्निया होने पर ऑपरेशन ज्यादा कठिन होता जाता है हर्निया की कोई स्टेज नहीं होती - स्टेज वाली बात कैंसर पर लागू होती है हर्निया पर नहीं

हर्निया का ऑपरेशन क्यों जरूरी है ?

हर्निया के छेद में कई बार आंतें फंस सकती है जो की एक जानलेवा कम्प्लीकेशन होता है - ये किसी भी हर्निया ( छोटे या बड़े) में कभी भी हो सकता है - ये कब और किस को होगा ये भविष्यवाणी कोई नहीं कर सकता : इसलिए ये जानलेवा कम्प्लीकेशन से बचने के लिए ही ऑपरेशन अनिवार्य है I भविष्य में होने वाले जानलेवा कम्प्लीकेशन को रोकने के लिए सिर्फ और सिर्फ एक ही इलाज़ है : ऑपरेशन

हर्निया का इलाज़ ( ऑपरेशन) कैसे होता है ?

ये ऑपरेशन परंपरागत चीरा विधि से या फिर आधुनिक आरामदायक दूरबीन विधि से होता है 1. इस विधि में हर्निया वाली जगह पर बड़ा चीरा लगाया जाता है फिओर हर्निया को बंद कर के एक जाली लगाई जाती है। क्यों की बड़ी जाली लगाने के लिए बड़ा स्पेस बनाना पड़ता है इसलिए डिसेक्शन भी ज्यादा होता है। इस कारन चीरा विधि में दर्द भी ज्यादा होता है और इन्फेक्शन का रिस्क भी जयादा होता है 2. दूरबीन विधि से ऑपरेशन करने के लिए पेट में सिर्फ ३ छोटे छोटे छेद करने होते है। इस विधि से सिर्फ छोटे छेद द्वारा ही पूरा ऑपरेशन किया जाता है और बड़ी से बड़ी जाली लगायी जा सकती है। इसलिए ये दूरबीन वाले ऑपरेशन में मरीज़ को न के बराबर दर्द होता है और इन्फेक्शन का रिस्क भी कई गुना कम हो जाता है

जाली ( MESH ) क्या है, क्यों लगाते हैं , क्या ये परमानेंट होती है ?

जाली एक आर्टिफीसियल प्लेटफार्म का काम करती है जिस में ऑपरेशन के बाद नए सेल्स बनते हैं। ऑपरेशन वाली जगह पर नए सेल्स जल्दी से और काफी मात्रा में बने जिस से की मजबूती आ जाये इसलिए जाली लगायी जाती है। ये परमानेंट होती है

हर्निया अभी ऑपरेशन लायक हुआ है या नहीं ?

हर्निया का पता लगते ही ऑपरेशन का प्लान करना चाहिए। ये धारणा गलत है और खतरनाक भी की हर्निया अभी अभी तो हुआ है तुरंत नहीं ऑपरेशन करना चाहिए - ये सोच जानलेवा हो सकती है ध्यान रहे की हर्निया कोई फल नहीं है जो की अभी कच्चा है बाद में पकेगा फिर पकने के बाद खाना चाहिए ---- बल्कि हर्निया तो एक आइसक्रीम है : तुरंत खाना चाहिए

क्या सूजन वाली जगह पर सिंकाई करने से सूजन कम हो जाती है ?

सूजन वाली जगह पर सिंकाई करना नुकसानदायक हो सकता है

हर्निया बेल्ट क्या है ? क्या इसे लगाना चाहिए

हर्निया बेल्ट एक तरह का बेल्ट / पत्ता है जिस को ये सोच कर लोग इस्तेमाल करते हैं की इस को लगाने से हर्निया कम हो जायेगा या फिर ख़तम हो जायेगा . वास्तव में ऐसा कुछ नहीं होता बल्कि ये खतरनाक हो सकता है और इस से दब कर नाज़ुक आंतें फट सकती हैं : ये जानलेवा हो सकता है . विदेश में कई देशों में हर्निया बेल्ट के इस्तेमाल पर पूर्णतः पाबंदी लगा दी गयी है

ऑपरेशन पूरी बेहोशी में करते हैं या कमर में इंजेक्शन लगा कर बॉडी के निचले हिस्से को सुन्न कर के ?

दूरबीन वाले ऑपरेशन हमेशा पूरी बेहोशी में ही किये जाते हैं . चीरे वाला ऑपरेशन दोनों तरह से किया जाता है जिस क निर्णय फाइनली बेहोशी वाले डॉ के द्वारा लिया जाता है

दोनों में से कौन सा सेफ है और कौन सा खतरनाक ?

दोनों ही प्रकार के अनेस्थेसिअ सेफ हैं . हमारे अनेस्थेसिअ की टीम के डॉ पूरी तरह से आप क परीक्षण कर ये आप को अनेस्थेसिआ देते हैं जिस में की आप की सुरक्षा को सब से ज्यादा महत्व दिया जाता है

क्या हर्निया दोबारा हो सकता है ?

जी हाँ हर्निया दोबारा हो सकता है . ये कई सारे चीज़ों पर डिपेंड करता है जिस में की आप की परहेज़ , मोटापा , धूम्रपान , ऑपरेशन किस विधि से हुआ है , कितने अच्छे से हुआ है , इन्फेक्शन आदि प्रमुख फैक्टर्स हैं

अगर हर्निया में सूजन हार्ड हो जाये और दर्द हो तो क्या करना चाहिए ?

बिना समय गंवाएं तुरंत सर्जन के पास जाना चाहिए चाहे दिन होय या रात . कभी भी दर्द की दवाई , सिंकाई आदि पर समय नष्ट नहीं करिये क्यों की ऐसे केस में हो सकता है की आप की आंत अंदर फंस गयी हो . आंत फंसने पर तुरंत ऑपरेशन करना पड़ता है ….1- 1 मिनट कीमती होता है

ड्रेन पाइप क्या है, क्यों डालते हैं ?

चीरा विधि में जब अधिक डिसेक्शन किया जाता है तो उस जगह पर पानी इकठा हो सकता है जिस को निकालना जरूरी होता है इसलिए ऑपरेशन के समय ही एक टेम्पररी ड्रेन पाइप लगा दिया जाता है जिस को कुछ दिन तक मरीज़ अपने साथ साथ लिए घूमता है। बाद में इस को निकला जाता है दूरबीन ऑपरेशन में इस प्रकार का कोई ड्रेन पाइप नहीं डालना पड़ता। इसलिए भी दूरबीन ऑपरेशन ज्यादा आरामदायक होते हैं

जाली ( MESH ) क्या है, क्यों लगाते हैं , क्या ये परमानेंट होती है ?

जाली एक आर्टिफीसियल प्लेटफार्म का काम करती है जिस में ऑपरेशन के बाद नए सेल्स बनते हैं। ऑपरेशन वाली जगह पर नए सेल्स जल्दी से और काफी मात्रा में बने जिस से की मजबूती आ जाये इसलिए जाली लगायी जाती है। ये परमानेंट होती है

क्या जाली अपनी जगह से खिसक सकती है या फट सकती है ?

जाली अगर अच्छे से फिक्स न हो तो ऑपरेशन के कुछ दिनों के अंदर अपनी जगह से खिसक सकती है इसलिए जाली को अच्छे से फिक्स किया जाता है और ऑपरेशन के बाद कुछ समय तक परहेज़ भी करना जरूरी होता है। अच्छी क़्वालिटी की जाली आम तौर पर नहीं फटती

क्या जाली में इन्फेक्शन हो सकता है ?

जाली एक फॉरेन बॉडी ( बाहरी तत्व ) है- इसमें इन्फेक्शन हो सकता ह। इसलिए जब जाली लगाने का ऑपरेशन होता है तो स्टेरिलिटी का ख़ास ख्याल रखा जाता है। इस के बाद भी किसी किसिस केस में इन्फेक्शन हो सकता है

जाली निकालना पड़ती है क्या ?

जाली परमानेंट रूप से फिक्स हो जाती है और आम तौर पर नहीं निकालते है। इन्फेक्शन होने पर जाली निकालने की जरूरत हो सकती है

आम आदमी को कैसे समझ में आये की हर्निया बन रहा है या बन गया है ?

पेट के कुछ ख़ास हिस्से जैसे की नाभि के पास, जांघ के पास या पेट के ऑपरेशन वाली जगह पर दर्द हो या सूजन ( फूला हुआ ) महसूस हो तो हर्निया हो सकता ह। शक होने पर सर्जन से तुरंत संपर्क करना चाहिए

हर्निया किस किस प्रकार के होते हैं ?

इनगुइनल ( जांघ के पास ), अम्बिलिकल ( नाभि के पास ), इंसीसिनल ( पुराने ऑपरेशन वाली जगह पर ) आदि

हर्निया पुरुषों में ज्यादा होता है या महिलाओं में ?

जांघ के पास का हर्निया पुरुषों में ज्यादा होता है ( अंडकोष की नसों को बहार निकलने के लिए जन्मजात छेद होने के कारण ) जबकि नाभि के पास का हर्निया महिलाओं में ज्यादा होता है